भाजपा सरकार लोकतांत्रिक संस्थाओं को कुचलने व कमजोर करने में लगी – अशोक मेहता
सत्य खबर, नारायणगढ़ (सरिता धीमान) – प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य एवं पूर्व राज्य सूचना आयुक्त अशोक मेहता ने नारायणगढ़ स्थित कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश भाजपा सरकार पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कुचलने व कमजोर करने का आरोप लगाया। मेहता ने कहा कि नारायणगढ़ नगरपालिका के निर्वाचित प्रतिनिधियों को सत्ताधारी नेताओं के इशारे पर प्रशासनिक व पालिका अधिकारी कार्य नहीं करने दे रहे जिससे शहर में विकास कार्य ठप हो गए हैं। मेहता ने कहा कि जिला उपायुक्त के आदेश पर 26 जुलाई को बुलाई गई नगरपालिका हाउस की बैठक केवल इसलिए आयोजित नहीं हो सकी क्योंकि भाजपा के आला नेता अपनी पार्टी के पार्षदों की अंदरूनी लड़ाई के कारण नगरपालिका प्रधान के चुनाव में मिली करारी हार को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।
अधिकारियों के मन में सत्ता का इतना खौफ है कि वे हाउस की बैठक के दिन अवकाश पर रहे। यहां तक की जिला उपायुक्त द्वारा 1 जुलाई को लिखित आदेश जारी कर हाउस की बैठक आयोजित कराने के लिए पदनामित अधिकारी एसडीएम भी बैठक में नहीं पहुंची। मेहता ने कहा कि सभी 15 निर्वाचित व 2 मनोनीत पार्षद बैठक में शिरकत करने के लिए पहुंचे लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के सत्ताधारी नेताओं के हाथों में खेलने के कारण शहर का विकास ठप पड़ा है। लगभग 300 शहरवासी अपनी दुकानों व मकानों के नक्शों के पास होने का इंतजार कर रहे हैं जो हाउस की बैठक नहीं होने के कारण पास नहीं हो सके।
मेहता ने कहा कि नगरपालिका की लड़ाई भाजपा नेताओं की अपनी चौधर कायम रखने की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि नगरपालिका हाउस में प्रधान, उपप्रधान व अधिकतर पार्षद भाजपा के है फिर भी आपसी खींचतान के कारण शहरवासी परेशान हो रहे हैं। नगरपालिका में सरकार पिछले 5 वर्षों में अधिकारियों के पद रिक्त पड़े हैं जिससे शहर में अव्यवस्था का आलम है। सफाई व्यवस्था, पार्कों का रख रखाव, स्ट्रीट लाइट व्यवस्था सब चौपट होकर रह गई है जिसकी जिम्मेदार भाजपा सरकार व इसके स्थानीय कर्णधार हैं जिनके कारण आम शहरी तकलीफ उठाने के लिए मजबूर हो रहा है। मेहता ने कहा कि यदि जल्द हाउस की बैठक आयोजित करवा शहरवासियों के अटके पड़े काम नहीं किए गए तो कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता धरना देने पर मजबूर हो जायेंगे।